कुशीनगर में शून्य से दो वर्ष तक के बच्चों तथा गर्भवती महिलाओं को विभिन्न बीमारियों से बचाव के लिए आगामी सात मार्च से सघन मिशन इंद्रधनुष – 4 अभियान के तहत नियमित टीकाकरण किया जायेगा। यह अभियान तीन चरणों में चलेगा। इस अभियान में वह भी लाभार्थी शामिल किए जाएँगे जो चलवासी( घुमंतू) जिंदगी जीते हैं। अभियान को सफल बनाने के लिए सोमवार को सीएमओ कार्यालय के सभागार में जिला स्तरीय तैयारी बैठक की गयी।
टीकाकरण से वंचित रह गयी महिलाएं होंगी शामिल
जिले के मुख्य चिकित्सा अधिकारी डॉ. सुरेश पटारिया ने बताया कि कोविड-19 संक्रमण के दौरान या अन्य कारणों से जो बच्चे व गर्भवती महिलाएं नियमित टीकाकरण से वंचित रह गयी हैं, उन सभी के टीकाकरण के लिए शासन से दिशा निर्देश प्राप्त हुए हैं। शासन ने सघन मिशन इंद्रधनुष की गतिविधियां संचालित करने के लिए तिथियां भी निर्धारित कर दी है।जिला प्रतिरक्षण अधिकारी डॉ ताहिर अली व डिप्टी सीएमओ डॉ. संजय गुप्ता ने बताया- तीन चरणों में चलने वाले सघन मिशन इंद्रधनुष- 4 अभियान का प्रथम चरण सात मार्च से शुरू होगा। उन्होंने बताया कि 24 से 26 फरवरी तक ब्लॉक स्तर पर प्रशिक्षण संपन्न कराया जाएगा। इसके बाद 28 फरवरी से दो मार्च तक माइक्रोप्लान तैयार करा लिया जाएगा।
अभियान में लगेंगे यह टीके
सघन मिशन इंद्रधनुष अभियान में जन्म के समय बीसीजी, पोलियो और हेपेटाइटिस बी, शून्य से दो वर्ष तक के बच्चों को पेंटावैलेंट, रोटा वायरस , ओपीवी, रोटा वैक्सीन, आईपीवी, मिजिल्स रूबेला , विटाविन.ए, डीपीटी बूस्टर डोज, जेई बूस्टर डोज और डीपीटी बूस्टर ओपीवी, पीसीवी के टीके लगाए जाएंगे। इसके अलावा अभियान में गर्भवती महिलाओं को टीडी का टीका लगाया जाएगा।