यूक्रेन पर रूसी हमले के बाद पोलैंड बॉर्डर से पहले भारतीय छात्रों को कई किलोमीटर पैदल चलकर आना पड़ रहा था। फिर खबरें भी आने लगीं कि यूक्रेन बॉर्डर पुलिस भारतीयों को टॉर्चर कर रही है, ऐसे में पोलैंड में मौजूद इंडियन एम्बेसी ने ऐसे मिशन को अंजाम दिया जो जंग के हालात में इम्पॉसिबल था।
एम्बेसी ने भारतीयों को लाने के लिए यूक्रेन बॉर्डर के अंदर घुसने का फैसला किया। लगातार बिगड़ते हालात और गोलीबारी के बीच यह काम नामुमकिन जैसा ही था। मिशन था- यूक्रेन में 30 किलोमीटर अंदर घुसना और सभी भारतीय छात्रों को सुरक्षित निकालकर पोलैंड पहुंचाना।
एम्बेसी के साथ इस मिशन को लीड करने वाले भारतीय मूल के बिजनेसमैन अमित लाथ ने भास्कर को बताया कि पोलैंड से 444 भारतीय छात्रों को मंगलवार शाम भारत के लिए रवाना किया गया।