कुशीनगर गत बुधवार को चार अबोध बच्चों की जहरीली टॉफी खाकर मौत हो गई थी। संदेहास्पद मौत के बाद चर्चा में आए कसया थाना क्षेत्र के कुंडवा-दिलीप नगर का सिसई टोला गम और मातम के बीच ही घटनाक्रम से स्तब्ध है। अपने बच्चों को असमय खोने वाली दोनों माताओं का बुरा हाल है। पूरे टोले पर गम का माहौल पसरा हुआ है। पुलिस मामले की तह तक जाने के प्रयास में लगी हुई है। इसी बीच विपक्षी दलों के नेताओं का दौरा भी जारी है ।
126 दिनों में 11 बच्चों की जा चुकी है जान
जिले के कसया थाना क्षेत्र का एक बड़ा ग्राम सभा कुंडवा दिलीप नगर का सिसई टोला पिछले कुछ सालों से चर्चा में रहा है। बीते दो साल और 126 दिनों के भीतर इस गांव के 11 नौनिहालों की जान असमय जा चुकी है। इसमें आठ की तो संदेहास्पद परिस्थितियों में मौत हुई जबकि तीन की उसके पिता ने ही शराब के नशे में हत्या कर दी थी। यहाँ पहला घटनाक्रम नबम्बर 2019 में सामने आया था। जब पढ़ाई करने के लिए अपने रिश्ते में रहने वाले चार बच्चों की रहस्यमय परिस्थितियों में मौत हो गयी थी।
परिजन ने कहा बेटी की मौत पर पुलिस ने कुछ नहीं किया
घटनाक्रम के बाद दफनाए जा चुके शवों तक को निकालकर पोस्टमार्टम की प्रक्रिया तो हुई लेकिन उस मामले में प्राथमिकी दर्ज हुई या नही, इसकी पड़ताल अब शुरु हुई है। परिवार की बुजुर्ग महिला इनरपति पोस्टमार्टम रिपोर्ट की प्रति दिखाते हुए अपने आँसुओं के साथ बताती हैं कि मेरी बेटियों के बच्चों की मौत के पीछे जो था उसके ख़िलाफ़ पुलिस ने कुछ नही किया । आज उसी व्यक्ति ने गांव मे ही मेरे दूसरे नजदीकी रिश्तेदार के यहाँ भी बड़ी घटना को अंजाम दे दिया है । यहां भी चार बच्चों की मौत हो गयी है ।
अजीब सा मातम भरा दृश्य
कुंडवा दिलीप नगर के सिसई टोले पर गुरुवार को अजीब सा मातम भरा दृश्य था। अपने तीन अबोध बच्चों को असमय खोने वाली सुगिया की बिगड़ी हालत को देखकर उसे ड्रिप लगाया गया है। पिपराइच के निकट रतनपुर से आए उसके पिता नगीना अपनी बेटी का हाल देखकर भावुक नजर आए। जो पास में आता दिखा उससे वो न्याय दिलाने की बात कहते नजर आए । पास में अपने इकलौते चिराग को खोने वाली परिवार की बेटी की हालत भी खराब है। क्षेत्रीय पुलिस उपाधीक्षक पीयूष कांत राय के नेतृत्व में स्थानिय पुलिस घटना स्थल का बारीकियों से निरीक्षण करती दिखी।