कुशीनगर जिले के पटहेरवा थाना क्षेत्र के फाजिलनगर में अवैध अस्पताल पर दर्ज मुकदमे के विवेचक को महिला स्टाफ द्वारा हनीट्रैप में फसाने की कोशिश करने के मामले में पुलिस ने बड़ी कार्रवाई की है। अस्पताल संचालक और कथित डॉक्टर समेत कुल चार लोगों को पुलिस ने गम्भीर धाराओं में मुकदमा दर्ज करते हुए जेल भेजा है।
अबॉर्शन के दौरान युवती की हुई थी मौत
प्राइवेट नर्सिंग होम में एक युवती के अबॉर्शन के दौरान मौत हो गई थी । इस मामले में हॉस्पिटल के कथित डॉक्टर सेराज ने अपने बचाव के लिए जांच कर रहे चौकी इंचार्ज के ऊपर फाइनल रिपोर्ट लगाने के लिए दबाव बनाने लगा। जब आरोपी उसमें कामयाब नहीं हो पाया तब उसने अपने साथियों के साथ मिलकर एक षड्यंत्र रचा दिया। जिससे कि उन साक्ष्यों को आधार बनाकर सोशल मीडिया पर बतौर विधिक हथियार बनाकर विवेचना को प्रभावित कर सके।
महिला स्टॉफ से बनवाया वीडियो
पूर्व में महिला स्टॉफ से जान बूझकर ऑडियो वीडियो बनवाकर वायरल किया। ताकि चौकी प्रभारी की छवि को धूमिल कर अपने मामले पर अपने पक्ष में एफआर लगवा सके। पटहेरवा पुलिस ने जांच कर कथित डॉक्टर सेराज अहमद पुत्र अमानत अली निवासी हरपुर बेलही थाना पटहेरवा जनपद कुशीनगर, गोविन्द यादव पुत्र धनेश यादव निवासी पकङियार पश्चिम टोला थाना सेवरही , सुमित राय उर्फ गोलू राय पुत्र रामअवतार राय निवासी अशोगवा थाना पटहेरवा जनपद कुशीनगर और अभियुक्त प्रीति सिंह पुत्री बिजली सिहं निवासी मीर बिहार थाना पटहेरवा जनपद कुशीनगर को आज लबनिया चौराहे के पास से गिरफ्तारी दिखाया है। वहीं सभी पर धारा 115,116,193,120बी, 34 भादवि व 68 आईटी एक्ट दर्ज कर जेल भेज दिया। गिरफ्तार करने वाली टीम में प्रभारी निरीक्षक अखिलेश कुमार सिंह, देशराज सरोज, प्रमोद कुमार, लक्ष्मण सिंह, राकेश गौंड अंजनी यादव, जयहिन्द यादव, दिपक सिंह शाम